बचपन की शैतानियाँ हमारे घर में पहले जामुन का 🌴पेड़ हुआ करता था और मुझे उसपे चढ़ने का शौक था, रोज चढ़के मैं जामुन तोड़ा करती थी, एक दिन मैं एक डाली पर बैठी थी कि अचानक डाली टूटी और मैं अरे माँ कहके डाली के साथ नीचे अ गयी, निचे भैस बंधती थी तो कीचड़ हुआ करती थी मेरा मुँह कीचड़ के अंदर, ज़ब मैं उठी तो कोई मुझे नहीं उठा रहा था बल्कि सब जामुन तोड़ रहे थे और मुझे देखकर हंस रहे थे....... am your chintu i am paglu