आज के युवा वर्ग इश्क को ठीक उस तरह तलासते, जैसे हम अनेक डिग्रियों के साथ भी नौकरी नही पाते, इश्क भी वो कुछ ऐसा करना चाहते हैं, जो दिल को चैन और चेहरे पे रुबाब बना जाते हैं। प्यार के लिए वो न जाने क्या-क्या करते, सुबह से शाम वो उनको ही दिमाग में बैठाये रहते, चेहरे की लाली के लिए क्रीम-पाउडर लगा रहे होते, हर मौसम में उनके चेहरे पर कुछ नई पैदावार आ रहें होते। सुबह तलासते,शाम भी ढल जाते, फिर भी वो इस इश्क के लिए हार नही मानते, वाह! आज भी वो उसी जोश और जज्बे के साथ घर से निकल जाते हैं, सोच लिए है भाई साहब..आज वो नही ये तरीका अपनाते हैं। निकल पड़े है सूट-बूट पहनके, साथ में लिए शाहरुख खान के स्माइल, हाथ फैलाने वाले ही थे, तब तक स्माइल के साथ दांतो के रंग ने धूम मचाई। लड़का परेशान..दोस्त भी परेशान, सबके मन में अंधेरा छा रहे हैं, वो सब भी इश्क से प्रार्थना करते, हे इश्क! आप क्यों हमारे साथ अन्याय कर रहे हैं। #prashant_kumar #pk_poetry #ballia #belthararoad