आवश्यकता से अधिक जिम्मेदारियों से बंधा हुआ इंसान स्वयं को कारागार में कैद एक कैदी की भांति समझने लगता है।। ©Deepa Ruwali #jail #Life #SAD #thought #Shayari #shayri #vichar #Poetry