"तुम चाहते क्या हो आखिर"❓ उसने गुस्से से पूछा! "मैं, मैं कुछ नही, मेरे चाहने से इस धरती का #बैलेंस नहीं बदलेगा, पेड़ अपनी जगह छोड़ आगे नही बढ़ेंगे, चिड़िया कितना भी तेज उड़ें #बाज से नहीं बच पाएंगी, शेर चीते #शाकाहारी नही हो जाएंगे, टिड्डे चिटियों की तरह सर्दियों के लिए खाने का #स्टॉक नही करेंगे"❗ "क्या बड़बड़ा रहे हो मैं हमारी बात कर रही हूं," "हमारी, हमारे बीच जो बातें होनी थीं हो गई अब कुछ नया शुरू करने के लिए दोबारा जन्म लेना पड़ेगा, इस जन्म में जो लम्हे साथ बिताए उन्हें याद करके जीवन काट लेंगे, तुम अपने नए घर में #खुश, रहो आबाद रहो.." मैँ बड़बड़ा रहा था और फोन बहुत पहले ही कट चुका था, मैं बस खुद से ही खुद को समझा रहा था, शायद कोई आ गया होगा... अब तो काफी दिन बीत गए खबर हुए ...उसे खबर हुए..उसकी खबर हुए❗ ©Sanjay Kandpal #emptystreets