रिहा हो गए वह मेरे क़त्ल के इल्जाम में शोक निगाहों को अदालत में गवाह नहीं माना #काज़ल आपके ख़्वाबों का क्या लगाया, नशीली आँखें और खूबसूरत हो गई ,