बिखरी ख़्वाहिशें एक तुम्हारा ही सहारा है कान्हा अब कष्ट सहे नहीं जाते,बिखरी पड़ी है, जिन्दगी हमारी चौखट पर तुम्हारी कान्हा नसीब हमारा संवार दे या बदनसीबी, में ढ़ाल दे सब तुम्हारे हाथ है टिकी है नजरें तुम पर की छाँव दे दो या संघर्ष, की धूप, स्वीकार है हमें तुम्हारा किया हमारे लिए लिखा हुआ लेखा। जय श्री कृष्णा 🙏🏻 मिलिऐ हमारे लडडू गोपाल जी से लगा दो सब एक वारी जयकारा हमारे कान्हा जी के नाम का करेगें सब की फरियाद पूरी दिल से दुआ हम करती है सभी के लिए सब खुश रहें हमेशा सलामत कान्हा जी की कृपा आप सभी पर हमेशा बनी रहे🙏🏻😊 🌹🍁🌹🍁🌹🍁🌹🍁🌹🍁🌹