भीगा - भीगा भीग रही है बारिश में। चल रहा कोई खुवाहिश में।। कुछ उलझा है,रात में। कोई नगमा हैं, ज्जबातो में।। धीमी सी आहट सुनाई दे । चौखट पे कोई दुहाई दे।। भीग गया है तेरी आंखें भी। रो रहा है मेरा दिल भी।। जो दर्द तुम को होती है, चिखे हमारी निकलती है।। सोच के मन घबराता है। केहने से पहले भाग जाता है।। उलझन में खोए हम रहते हैं। ना जगे - ना सोए हम रहते है।। कैसा नशा कर दिया है , खुद से जुदा कर दिया है। भीग रही है बारिश में। चल रहा कोई खुवाहिश में।। ...कवि सोनू #Morning #कविता🔥 #sonu #भीगी #बारिश