कयामत के रोज़ पूछूंगा एक बार ? गलत तो नहीं था मैं हर बार ? फिर क्यों होती है तपिश सीने में ? क्यों कलम है चीखने को बेकरार ? कयामत के रोज़ पूछुंगा एक बार .... ©sukhwant kumar saket #कयामत #कागज #कलम #दावत #कहानी #गलती #मिश्री #यादों #दर्द #meltingdown