भीड़ भरे बाज़ार में नक्षत्रों-सी चमचमाती इमारतों 'सेल' और 'छूट' की इंद्रधनुषी छटा के बीच दूर एक अंधेरे सस्ते कोने पर टिमटिमाती ढिबरी की लौ के पीछे ठेलेवाले की आंखों में छिपी हुई थी उम्मीद! ...(जारी) #neelkikavita #hindipoetry #yqhindi