सारी दुनिया में कैसा छाया कोरोना😷 ज़िन्दगी जहाँ थी वही ठहर गई न हर पल ख़ौफ़ का है.... साया।। अपनो से बिछड़ ने का है डर कौन जियेगा? किसको है मरना? इसी को कहते है महामारी मौत मिलती है नागाहनी....... न साथ मिलता है अपनो का, न ही अपने देख पाते है अपनो का बिछड़ना।। क्या दुनिया खत्म हो जायेगी यूँही.........? जो भी हम करते बस दिल का है, बेहलाना.... जीने की आस में है हम भी, हर पल दुआ❤️ में शामिल है अपने भी।। दुआ है यह ग़म के बादल छट जाएं जो बिछड़े जी ज़िन्दगी में ही मिल जाए, ज़िन्दगी दुबारा से आसाँ हो जाए।। माँ-बाप,बहन-भाई घर-परिवार बच्चे-बड़े सब ज़िन्दगी को अपनी जी पाए🌼।। अमीन❤️ -Rashida khushnood #नईZindagiKiआस #घरmeinरहकरkhushiyonकाIntzaar #DawaऔरDuaकाsath❤️ #StayHomeSaveLife #letsPray