बना लेता है मौज-ए-ख़ून-ए-दिल से इक चमन अपना वो पाबंद-ए-क़फ़स जो फ़ितरतन आज़ाद होता है "असगर गोंडवी" ©Shayrana Sunayana #swatantratadivas #bharat #apnadesh🇮🇳