उसकी क्लास सामने से गुज़र रहा था तो उसे देख कर बहुत ख़ुशी हुई, और न-जाने कब मेरा हाथ उसको बुलाने के लिए उठा। उसने भी मुझे देखा। मैं उसको अपनी आँखों में भर लेना चाहता था, इसलिए मैंने क्लास की पहली खिड़की की ओर देखा ही नही, लेकिन जब दूसरी खिड़की के पास आया तो उसे देखने की फ़िर चाहत हुई, मैंने देखा के वह अब भी मेरी ओर देख रही थी। आँखे मिलते ही वो भी मुस्कराई। अगर ये सपना न होता तो मैं वहां ही रुक जाता। #classroom