"के" बाजार में "जो" था "तेरा" सामान, "उम्र" भर "सस्ता" ही, रहेगा "के" "बाजार" में "जो" था, "सामान" तेरा, वो सस्ता" ही रहा, उसने "मुझे" ये, "सोचकर" रुलाया, के बहुत देर तक रोउगा" मैं बहुत देर तक "हंसता" ही रहा,,,,,,, #बहुत देर तक #करूंगा #हंसता रहा #shayaris #indianwriters #igwriterclub #poetsoindia #nojoto #nojotowriters #शायरी