White कितने ख़ामोश हैं हम उतने ही खामोश, तुम भी वहा। मन की लहरें गोते खाएं और रातें भी सो जाएं दर्पण निहारे चांदनी रात और नैन बने सूखे ताल श्याही चमके चेहरे पर कोरा कागज़ करे मन की बात ©बदनाम उतने ही खामोश, तुम भी वहा।