Nojoto: Largest Storytelling Platform

माजरा क्या था, कि उठ कर चले गये तुम मेरे शामियाने

माजरा क्या था, कि उठ कर चले गये तुम मेरे शामियाने से, 
हम से दिल भर गया, या दिल लग गया जमाने से? 

जानिब , कश्ती डूबनी ही है मझधार में, गर रास्ता समंदर का है, 
वरना कहाँ डरता था मैं मौत आजमानें से।। 
 #yourquote #minequote #thoughtsofheart #hearts_database #aksh #akshi #yourquotebaba
माजरा क्या था, कि उठ कर चले गये तुम मेरे शामियाने से, 
हम से दिल भर गया, या दिल लग गया जमाने से? 

जानिब , कश्ती डूबनी ही है मझधार में, गर रास्ता समंदर का है, 
वरना कहाँ डरता था मैं मौत आजमानें से।। 
 #yourquote #minequote #thoughtsofheart #hearts_database #aksh #akshi #yourquotebaba
akshitojha7888

Akshit Ojha

New Creator