लिखकर अश्क़ -ए -दास्ताँ मेरी कलम को गुमान सा हो गया। पढ़के शहर का हर पत्थर इन्सान सा हो गया । .......haquikat ❤ #meribawrikalam यज्ञेश्वर वत्स मañjü pãwãr