कोई पूँछता है माँ बाप के त्याग को तो आधार समझाता हूँ कोई पूँछता है दुनिया के प्यार को तो इंतजार समझाता हूँ दिल मे नफरत हो तो मखमल की कालीन नहीं अच्छी लगती मुझे और मोहब्बत से बुलाए कोई तो काँटो पे चल के आता हूँ तो आधार समझाता हूँ ©शिवम मिश्र