अकेली थी जिंदगी अकेली थी राहे कदम कदम पे दर्द था सुनी थी बांहें जबसे साथ मिला तुम्हारा हो गया जीवन में नया उजियारा ना छोड़ना कभी अब साथ हमारा एक सुंदर से जहां में सपनों का घर बनाएंगे प्यारा #alone #नीले अंबर तले #कविता