एक मुलाक़ात ले जाती है कई रातों की नींद उम्र भर के साथ का न जाने क्या दाम होगा आज आगे बढ़ के उसने पूछा है हाल मेरा ज़रूर मेरे से कुछ अब उसको काम होगा जलते हुए सूरज को उसने फिर बुझा डाला देखना तुम जरूर इसका नाम शाम होगा मेरे एक अदने से शेर पे तेरी वाह वाह मेरा उम्र भर का सबसे बड़ा इनाम होगा खत के जवाब में बस खत ही भेजे उसने मुझ से ज़रूरी भी उसको कोई काम होगा फिर सबने उसकी तारीफे के पुल बांध दिए है ज़रूर सुनाया उसने फिर मेरा ही कलाम होगा वो फिर से क़त्ल कर के आयी है सरे बाजार लगता आज फिर कोई बेकसूर बदनाम होगा #vishalvaid #मुलकात #नींद #yqdidi #yqbaba #love #writersofinstagram