आओंगे तुम कभी शहर हमारें और तुम मेरी तलाश़ करोगे, लाश बन लेटे होंगे हम चिता पर और धहकती आग हमें राख करेगी, अंत होगा यह जीवन का मेरे लेकिन अध्याय एक ख़त्म तुम्हारा भी होगा, रेगिस्तान सा बंजर कहकर पुकारा था जिसे मिलने को गंग धारा में वो अब तैयार होगा, अंतिम सफ़र का मेरे,और तुम्हारे एक अटल अध्याय का अब यहीं आखिरी पृष्ठ और आखिरी अंजाम होगा..!! OPEN FOR COLLAB✨ #ATfirepicture • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ✨ Collab with your soulful words.✨ • Must use hashtag: #aestheticthoughts #YourQuoteAndMine