न "माँग" कुछ "जमाने" से " ये" देकर "फिर" "सुनाते" हैं" किया" "एहसान" "जो" एक "बार" वो "लाख" बार "जताते" "हैं" "है" "जिनके" पास "कुछ" "दौलत" " समझते" हैं "भगवान" हैं "हम" "ऐ" "बन्दे" तू "माँग" "आपने""ईश्वर" से" जहाँ माँगने "वो" भी "जाते" हैंं ©Bibha Rani eswar se bda koyi nhi #evening