देख न सके हम। सब इशारे जिन्दगी के, समझ न सके हम। धुआं इस कदर था कि, तेरे चेहरे की चालाकियाॅ न समझ सके हम। सब रूप रौशनी के, सब रूप ज़िन्दगी के। #रूपज़िन्दगीके #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi