हिय तट पर नित संस्कार जगाती सद्भावना हिंदी है, पावन विचार मन पर उतारती नव यौवना हिंदी है, नहीं विचरती राष्ट्र-द्रोह में यह गंगा जैसी पावन है, निर्मल राष्ट्र करे जो निर्मित वह शुद्ध धावना हिंदी है। चारण गोविन्द हिंदी दिवस पर सभी हिंदी प्रेमियों को बधाइयाँ। #हिंदी #रोजी_रोटी #govindkesher #CharanGovindG #Love #Poetry #Hindi #hindi_diwas