#असहमति और #विरोध में अन्तर होता है, असहमति 'विचारों' से होती है विरोध 'व्यक्ति' से होता है ... हम जाने अनजाने विचारों का विरोध करते करते वयक्ति से असहमत हो जाते हैं, और कभी कभी हम व्यक्ति से असहमत होते हैं तो उसके विचारों का विरोध करने लगते हैं - मेरी और आपकी वैचारिक असहमति है तो इसका अर्थ ये नहीं की मैं आपका विरोधी हूँ, शिष्टतापूर्वक की गई असहमति अधिक कल्याणकारी होती है बजाय अशिष्टता से असहमति करने की .... हम अक्सर तथ्यों के ऊपर संघर्ष करते हैं, तथ्य से पैदा होता है तर्क - तर्क यानी तथ्यों का अर्क और अर्क यानी एसेन्स ऑफ़ लॉजिक, जरूरी नहीं की हर तथ्य सत्य हो मगर ये सच है की हर तथ्य का अपना एक सत्य होता है !!! #Dullness