टेढ़े से हो जाते हैं, वो कोने आपके लबों के । मुस्कान का ऐलान करते हैं । हाज़िरी मेरी लगती है, धड़कनों की अदालत में । कटघरे में इल्ज़ाम लगते हैं । एक तेरी कशिश से अंजान, मेरा हाथ जो सवाल पर उठता है । तेरे नाम बोलने भर से ही, खुशनुमा सा माहौल लगता है । उम्र का दायरा है, वाजिब है दुनिया की कहना । पर इन्हीं शरारतों से पढ़ा है, इश्क़ का नया कलमा । चाहे आप न मिलें, पर ये बयान आगे ताज़ा रहेगा । खूब चलेगा एकतरफा मोहब्बत का किस्सा, कोई गर दिल का हाल पूछेगा । Click on #IshFAQ for more musings on Love. Transliteration - Pahli Dafa Tedhe se ho jaate hain, wo kone aapke labon ke,