मुक़म्मल मौत किसी ने पूछा तुम्हारे लिए मुक़म्मल मौत के क्या माने हैं हमने कहा मेरा सर उनके जानु पर हो उनका चेहरा मेरे उपर झुका हो, लबों से लब मिल रहे हों उनकी खुली ज़ुल्फ़ें मेरे चेहरे को ढँक रहीं हों हवा उनसे छन कर भीनी ख़ुशबू दे रही हो चाँद की रौशनी छन छन कर आ रही हो कानों में कोई आवाज़ गुनगुना रही हो "नीला आसमाँ सो गया" मुक़म्मल मौत गर ऐसी मिले तो ऐसी हजार मौतें मंज़ूर हैं 💞❣️ #yqbaba #yqdidi #yqbhaijan #muqammal #maut #dreamsaler