आज का ज्ञान तुम किसी की बराबरी करो तारिफ इसमे नही। तुम्हारी कोई बराबरी करे तारिफ इसमे है। इसलिए कर्म ऐसा करो के हर कोई तुम्हारे तरह बनना चाहे। ✍️✍️✍️ मोहम्मद सद्दाम हुसैन। OM BHAKAT "MOHAN,(कलम मेवाड़ की)