"दिल से जाने क्यों, तमन्नाओं का पत्ता झर गया..! एक इंसा जो तेरी खातिर था जीता, मर गया..! उम्र भर जिसके लिए हमने सहीं बदनामियाँ, आज अपनानें को मुझकों वो जहाँ से डर गया..!!" 🎤कुमार आशू #NojotoQuote आशू की कलम से