मैंनें अहंकार में ...नीचा दिखाया हो, क्रोध में ...दुखी किया हो, झूठ से....छला हो, ना कहने से.... दान सेवा ,कार्य में बाधा आयी हो मैंनें प्रपंच से....निराश किया हो जाने -अंजाने,छोटी -बड़ी कोई भी बातों से ,किसी भी प्रकार से ,आपको दुःख पहुँचाया हो, तो मन वचन और काया से *मिच्छामि दुक्क़डम*🙏 अर्पित छाजेड एवं छाजेड़ परिवार खाचरौद क्षमा याचना