सुख गई मेरी जिंदगी एक पेड़ की तरह ना जाने कौन जीवित करेगा इसे श्री हनुमान की तरह रहते हैं किसी के इंतजार में रहते हैं किसी के इंतजार में कोई हम पर भी तो बरसे प्यार से बादलों की तरह जान आ जाएगी हमारी जिंदगी में सावन के फूलों की तरह जो बरसे