कैसे मान लूं कि हार गई हूं मैं... अभी तो सफ़र संघर्ष का शुरू ही हुआ है... कैसे मान लूं कि साथ अपनों ने छोड़ दिया.. मेरी मां की दुआओ का असर अभी खतम ही कहां हुआ है... कैसे मान लूं ये जिंदगी कि कमजोर हालात है मैं नहीं... मेरे अपनों की उम्मीदों का सिलसिला , अभी खतम ही कहां हुआ है(सरस.k) kaise maan lun