बापू के दुलारे मिजारु, किकाजारु,ईवाजारु बंदर तीन,घूमे हुए हैं देश विदेश तिब्बत और चीन, देते सबको ज्ञान अनमोल बुरा न देखो,बुरा न सुनो, बुरा न बोल कर न निकल कोई मेखमीन, जो अपना ले ये अनमोल तीन मूलमंत्र जिंदगी में मिलता सुख अपार व पाता मान सम्मान, मूक है पर देखो देते कितना अनमोल ये ज्ञान,वाह बापू तेरी तरह तेरे प्यारे बंदर भी महान। प्रतियोगिता का अंतिम चरण। (२ अक्टूबर प्रतियोगिता) विषय - दो लेखकों को मिलकर पूरा करना है। 🔹पंक्ति बाध्यता नहीं है, लेकिन पृष्ठभूमि पर ही लिखेंगे। समय सीमा 2.00 AM 3rd October 2020 (तीनों चरण के लिए।)