सुबह सुबह की पक्षियों की चहचहाहट । दिल बाग़ बाग़ सुन, सनसनाती हवाओं का राग ।। प्रभु स्मरण से हो, दिन की शुरुआत । महकते ख़ुशनुमा मंजर में लगाओ ध्यान ।। सुनहरी सुबह हो, तो दिन गुज़रता अच्छा । मन में भाव हो सब के लिये अच्छा अच्छा ।। सुबह की ताजी हवाओं से लंबी लंबी सांसो को लेती अपने भीतर,, भर जाती मन में स्पूर्ति तन में उमंग ऊर्जा से भावनाए फिर से बहने लगती,,, बादलों में सूर्य की किरणें अठखेलियां करती गुलाबी रंग से मन को मोह लेती,,,