न अनौषधं जगति किंचित द्रव्यम् उपलभ्यते (चरकसंहिता) अर्थ जगत में ऐसा कोई द्रव्य नहीं है, जिसका औषधि के रूप में उपयोग किया न जा सकता हो आयुर्वेद सुलभ