नन्हे कदम चल पड़ें हैं अब इन्हे रोकना नही चलने दो इनको, गिरने दो इनको, उठने दो इनको, अपने रस्ते खुद बनायेंगे, टोकना नही, आसान नही हैं रास्ते,,मंजिले दूर हैं, डगमगाने इनको देना नही अपनी सवारी खुद करेंगे पथरी ले रास्ते पे जाने से रोकना नही।। माना मंजिल आसान नही, पर काँटो के बिना फूल खिलते नही। नन्हे कदम चल पड़े हैं अब इन्हे रोकना नही #poetry #childhood #नन्हें #कदम #हिन्दी #कविता #hindi #hindipoetry