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बचा के रखी थी कुछ रोशनी ज़माने से.. हवा चिराग ही

बचा के रखी थी कुछ रोशनी ज़माने से..

हवा चिराग ही ले उड़ी सिरहाने से..

नसीहत ना दो इश्क़ करने वालो को..

ये आग और भड़क जाएगी बुझाने..!

©Khan Sahab
  #कुछ_अनकही_बातें