खुशियाँ तमाम ढूंढी मैने एक महबूब की चाहात पाने मैं अफसोस माथा चूमने की ख्वाहिश दिल तक ही सीमित रह गई कार्तिक जी pratibhaakaar Krishna's Devotees #ख्वाहिश_जगी_तो_जगी_रह #गई_तुम्हें_तुम्हारी_तरह_हर_जगह_देखने #की #कार्तिक__जी,,,,?