ये सफर जिंदगी का क्यों थकता नहीं है भीड़ में भी ये शिश्क्ता नहीं है मुस्कुराता यु ही चला जाता है हवाओ के संग बहा जाता है ना आँशु बहे ना आँशु छुपे जाने क्यों ये न कभी यु रुके रोता भी है तड़पता भी है पर खुद के आगोश में हँसता भी है पतझड़ भी है ये डाली भी है हम सब के राहो का माली भी है ये सफर जिंदगी का क्यों थकता नहीं है भीड़ में भी ये शिश्क्ता नहीं है #NojotoQuote