रातों को अब है नींद कहां... तकिये को पकड़ मै सोती हूं ! जो तेरी याद सताये तुझे समझ तकीये को , लिपटकर अपने आंसुओ से भिंगोंती हूं! कहते है लोग तनहा सी नजर आती हूं, उन्हे क्या पता तेरी यांदो को साथ लिये , अपनी खामोशियो मे छिपाती हुं ! कोई पढ़ ना ले मेरी इन खामोशियो को इसलिये रुहानी महफिलो मे सिर झुकाये नजर आती हूं! तेरे पास आते ही मेरी धड़कने बढ़ जाती है इसलिये तेरे पास आने से डरती हूं! अपनी हर पंक्तियों मे तेरा जिक्र ऐसे कर जाती हूं कि अपनो हर अल्फाजो को तेरे नाम से सजाती हूं! जो तेरी याद सताये तुझे समझ तकिये को, लिपटकर अपने आंसुओ से भिंगोती हूं! #love #pyar #mohhbbat #like #imotions #dil #nojotosayri #sayri #nojotolpve #nojoto #nojotohindi #hindi #nojotopoetry #poetry #nototopoems #poem