कुछ दिन पुराने लौट आए, कुछ रात पुरानी लौट आईं। चुपके से ,बिन दस्तक देके, कुछ आवाज़ पुरानी लौट आईं । कुछ बात पुरानी लौट आयीं, कुछ याद पुरानी लौट आयीं। हम भूल गए थे बातें जो, उन बातों की कोई निशानी लौट आई। वैसे ही, कुछ कम थी क्या ? जो कल और कहानी लौट आईंं। कुछ बात पुरानी लौट आईं, कुछ याद पुरानी लौट आईं। #fifth