मै दोस्ती निभाता रहा उसे और कोई भा आगया । मेरे हिस्से की खुशीयां किसी और के हिस्से आ गया मेरे जिवन में गमों का काला बादल सा छा गया मैं दोस्ती निभाता रहा उसे और कोई भा गया । मेरी सादगी,वफा मेरी बंदगी उसको ना रिझा सकी। कोई अपनी दौलत सोहरत से उसको रिझा गया मैं दोस्ती निभाता रहा उसे और कोई भा गया ।© #love#breakup#lonleness #life#friendship #pain#Destiney #sacrifise#hindipoems #mythoughts