तुम्हें छू के देख लूँ कि तुम हो या नहीं, बस मेरे ख़यालों में रची-बसी हो तुम, या मेरी हक़ीक़त को भी संवारती हो तुम, न जाने कितने अफ़साने हैं संग मेरे तुम्हारे, संग मगर मुझे आइने के उस पार ही दिखती हो तुम, भ्रमित हूँ मैं इस तरह कि भ्रम है भी और नहीं भी, लगता है ऐसे, जैसे जागा भी हूँ मैं और सोया भी, कहो न! क्या तुम्हें छू के देख लूँ कि तुम हो या नहीं? #छूकेदेखलूँ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #vineetvicky #may2022diary #vikini #encoreekkhwab