हाय! ये बाते कहा से कहा तक जा रही हैं.. दिल की व्यथा होंठों पे आ रही हैं... नहीं पता कैसे जुड़ जाते हैं ये इक दूसरे से अल्फ़ाज़.. "केशवम"ये मेरे दिल की तडपन हैं,,और लोगो के लिए 'शायरी' हैं... _केशवम #तडपन