“ दोस्ती तेरी मेरी! ” (Read in Caption!) " दोस्ती तेरी मेरी! " जो हम पागलपन करते रहते हैं, न जाने किन किन वजहों से लड़ते रहते हैं, जो वो पेट दुखने तक हँसना , जानते बुझते हुए भी फालतू कामों में फँसना,