ख़्वाहिश थी जो कल तक मेरी, आज वो मेरी ज़िद है। ख्वाहिशें तो शांत हो भी जाती हैं, मगर ज़िद वो आग है, जो हासिल करने पर ही बुझती है... #ख्वाहिश #ज़िद #आग #yqdidi #yqbhaijan #aestheticthoughts #restzone #writingresolution