किरणों से वो लिखी इबारत नूर नूर मुस्काए उसके चेहरे पर धूप खिले तो नया सवेरे आए वो रेशम, वो रौनक, कामिल पूनम का चंदा उसकी चेहरे जब चमके लगता सूरज है मंदा उजले उजले रौशन रौशन उसके गहरे साए रंगों से वो लिखी इबारत नूर नूर मुस्काए वो रंगत, वो राशिद, वो आफ़ताब का तेज सब कुछ खुशियों में रंग दे, वो ऐसी रंगरेज वो छू ले तो गुलशन महके, सबा शाफ़ा की छाए रंगों से वो लिखी इबारत नूर नूर मुस्काए किरणों से वो लिखी इबारत नूर नूर मुस्काए उसके चेहरे पर धूप खिले तो नया सवेरे आए #wo_kirano_se_likhi_ibarat #वो_किरणों_से_लिखी_इबारत #नूर #noor