उड़ते फिरते रहते थे आजाद परिंदों से उन्मुक्त गगन में। करके तूने मेरा शिकार मेरी जिंदगी को फ़िगार कर दिया। खुश रहते थे बेफिक्री से जी रहे थे हम अपनी दुनियां में। तेरे प्यार ने मुझे बेड़ियों में जकड़ कर जैसे कैद कर दिया। TASK :- 2, DAY :- 3 Week :-3, LANGUAGE :- HINDI TOPIC :- EMOTION, THEME :- ANGER You need to write a couplet poem of 4 lines With the Rhyming scheme of ABAB