माँ तेरे चेहरे जैसा दुनिया के किसी भी चेहरे में जमाल नही । मैं अपनी ग़ज़लों में तुझ पे कितना भी लिख दू इसमे मेरे लिए तो कोई कमाल नही ।। हार गया मैं खुद से कोई हमे हरा दे दुनिया जहा में तो अभी इतनी मज़ाल नही ।। #माँ #Maa #मेरी_डायरी_के_कोरे_पन्नो_से