शाकी तेरे सवेरे का मैं शाम होना चाहता हुँ , खो कर तेरे इश्क मे बदनाम होना चाहता हुँ , जो भी पाया तेरे बगैर जिन्दगी मे, सब फिका-फिका लगता है, जो कर दे मुझे मुकम्मल ,बस तु वो सलिका लगता है , अब और न कुछ मैं जानु तुझको पा लुँ यही तमन्ना है , बस पा कर तुझको शौक से निलाम होना चाहता हुँ , शाकी तेरे सवेरे का मैं शाम होना चाहता हुँ ©watsgaurav @ . . #Shayari #Shayar #Love #poem #Poetry #Nojoto #nojohindi #watsgaurav