बहुत भीड़ है इस शहर, पर अपना, अपना कोई नहीं। तमाशा बहुत देखते है सब, पर दर्द बांटने वाला कोई नहीं।। सभी दोस्तों को प्यार भरा "नमस्कार" 🎀 आप सभी के लेखन को और बेहतर बनाने के लिए यहां पर रूटीन पोस्ट की जाती हैं पर सुबह की पहली पोस्ट में से ही एक सर्वश्रेष्ठ प्रतिलिपि / Write up को चुन कर Testimony रिपोस्ट से सम्मानित किया जाएगा । 🎀 रूटीन पोस्ट की Collab समय सीमा सिर्फ़ 4 घंटे या अगली रूटीन पोस्ट पर ख़तम हो जाती हैं ।